मैरा शहर


 मैरा शहर
_______________      अशोक कुमार
                  जामुड़ियां, पश्चिम वर्द्धमान ( प० ब०)

शहरों में है, एक शहर
मेरा शहर जामुड़ियां,
उम्र में बुढा, कद में छोटा
है ! अमृत का एक पुड़िया,

शहरों में है, एक शहर
मेरा शहर जामुड़ियां......

गली - सड़क है,सकरीं - सकरीं
रेल से भी शहर जुड़ी !
लोग नेक है, दिल ❤ फेक है,
क्या कोई यहाँ पर डरपोक है ?

भूख का कहर है !
क्या भूखा यह शहर है ?
तीन प्रवेश द्वार है,
कोयले का एक यहाँ विकसित व्यपार है,

तार यहाँ है,
वेतार यहाँ है,
युवा अधिक बेकार यहाँ है,
जुवा - सट्टा का बजार यहाँ है,

पाठशाला है,
धर्मशाला है,
मधुशाला है,
क्या राजनेता का मन काल है

ज्ञान यहाँ है
विज्ञान यहाँ है,
खुदीराम बोस उद्यान यहाँ है,
गरीबों का शमसान यहाँ है,

क्या कमी है ? मेरे शहर में,
जल अमृत है,
ऋणी मै हूँ.......
क्या मै मूर्ख हूँ ? विद्वान नहीं हूँ

शहरों में है, एक शहर
मेरा शहर जामुड़ियां.........


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