पंडित दीनदयाल उपाध्याय भरतीय राष्ट्रीय जीवन के प्रेरणामूर्ति है
अशोक कुमार प्रधान संपादक हूल एक्सप्रेस पंडित दीनदयाल उपाध्याय भारतीय राष्ट्रीय जीवन के प्रेरणामूर्ति है, आचार्य चाणक्य के बाद पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने भारत के सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए संस्कृतिनिष्ट एकात्म राष्ट्र का विचार दिया है, उनका उद्देश्य स्वाधीन भारत के पुनर्रचना के प्रयासों के लिए विशुद्ध भारतीय तत्व - दृष्टि प्रदान करना था, उनका राजनैतिक जीवन दर्शन का पहला सूत्र है, उनके शब्दों में :- " भारत के रहने वाला और इसके प्रति ममत्व की भावना रखने वाला मनव समूह एक जन है, उनकी जीवन प्रणाली, कला, साहित्य, दर्शन सब भारती संस्कृति है, इस लिए भारत राष्ट्रवाद का अधार यह संस्कृति है, इस संस्कृति में निष्ठा रहे तभी भारत एकात्...